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Monday, September 12, 2016

Vastu tips for sleeping ( सोते समय ध्यान रखे ये बाते , वरना हो सकते है कई नुकसान )


1- बेड के बीचों-बीच कोई लैम्प, पंखा या इलैक्ट्रानिक उपकरण आदि नहीं होना चाहिए। ऐसे बेड पर सोने वाले का पाचन अधिकतर खराब रहता है।
2- घड़ी को कभी भी सिर के नीचे या बेड के पीछे रखकर नहीं सोना चाहिए। घड़ी को बेड के सामने भी नहीं लगाना चाहिए वरना उस बेड पर सोने वाला हमेशा चिन्ता या तनाव में रहता है। घड़ी को बेड के बाएं या दाएं ओर ही लगाना चाहिए।
3- जिस बेड पर आप सोते हैं, उस पर सिंपल डिजाइन वाले तकिए और चादर रखने चाहिए, ज्यादा डिजाइन वाले या रंग- बिरंगी तकिए और चादरों से बचें।
4- बेड रूम में मन्दिर या पूर्वजों की तस्वीरें नहीं लगानी चाहिए।
5- बेड रूम में युद्ध वाले, डरावने और हिंसक जानवरों के चित्र नहीं लगाने चाहिए। सादे और सुन्दर चित्र या पेंटिंग लगाना शुभ माना जाता है।
6- बेड रूम में हल्के गुलाबी रंग का प्रकाश होना चाहिए जिससे पति व पत्नी में अपसी प्रेम बना रहता है।
7- बेड रूम के दरवाजे के सामने पैर करके नहीं सोना चाहिए ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
8- वास्तु के अनुसार, हमेशा दक्षिण दिशा में सिर और उत्तर दिशा में पैर करके सोना चाहिए, ऐसा करने से मनुष्य को गहरी नींद और लम्बी उम्र मिलती है।

वास्तु-शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र सबंधी मार्गदर्शन के लिए संपर्क श्री निकुंज गुरूजी : +918000456677

Saturday, September 10, 2016

दुकान के लिए वास्तु टिप्स ( Vastu tips for office )



1. वास्तु शास्त्र के अनुसार दुकान या शोरुम का मुख्य दरवाजा यदि पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ हो तो यह व्यापार के लिए लाभकारी माना जाता है। यदि पूर्व या उत्तर की ओर द्वारा बनाना सम्भव ना हो तो, दुकान का मुख पश्चिम की तरफ भी किया जा सकता है।
2. दुकान के अंदर बिक्री का सामान रखने के लिए सैल्फ, अलमारियां, शोकेस और कैश काउंटर दक्षिण और पश्चिम दिशा में बनाना अच्छा माना जाता है।
3. दुकान के ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में मंदिर या इष्टदेव की फोटो को लगाया जा सकता है। इसके अलावा इस हिस्से में पीने का पानी भी रखा जा सकता है।
4.वास्तु शास्त्र के मुताबिक बिजली के उपकरणों को रखने या स्विच बोर्ड लगाने के लिए दुकान का दक्षिण-पूर्व हिस्सा उचित माना जाता है।
5. दुकान के काउंटर पर खड़े विक्रेता का मुंह पूर्व या उत्तर की ओर और ग्राहक का मुंह दक्षिण या पश्चिम की ओर होना बेहतर माना जाता है।
6. वास्तु शास्त्र के अनुसार शोरुम या दुकान का कैशबाक्स हमेशा दक्षिण और पश्चिम दीवार के सहारे होना उपयुक्त माना जाता है।
7. वास्तु शास्त्र के अनुसार दुकान के मालिक या मैनेजर को दुकान के दक्षिण-पश्चिम दिशा में बैठना चाहिए।
8. दुकान में कैश काउंटर, मालिक या मैनेजर के स्थान के ऊपर कोई बीना ना हो तो, यह वास्तु शास्त्र की दृष्टि से अच्छा समझा जाता है।

Tuesday, September 6, 2016

कैसे रखें बाथरूम की नकारात्मक ऊर्जा को कंट्रोल? ( Vastu Tips )

घर में बाथरूम और बेडरूम का विशेष महत्व होता है। इन दोनों की ऊर्जाओं का आपस में मिलना शुभ नहीं होता है। क्योंकि बेडरूम में सकारात्मक ऊर्जा का वास रहता है और बाथरूम में नकारात्मक ऊर्जा भ्रमण करती रहती है। इन दोनों के आपस में मिलने से घर में दद्रिता बनी रहती है एंव परिवार के लोगों का आये दिन स्वास्थ्य खराब रहता है। अतः प्रयास करना चाहिए कि बाथरूम की ऊर्जा बेडरूम या घर के अन्य स्थानों में प्रवेश नहीं करनी चाहिए।

*यदि बाथरूम का दरवाजा बेडरूम में खुलता हो तो उसे खुला रखने से बचना चाहिए। वैसे तो बेडरूम में बाथरूम नहीं होना चाहिए। अगर फिर भी बेडरूम में बाथरूम है तो उसके दरवाजे पर पर्दा लगाना चाहिए।

*अगर बेडरूम में बाथरूम भी बना है तो बेडरूम के अन्दर एक बॉस का पोधा रखने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव नहीं पड़ता है।
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यदि आप-अपने बाथरूम में एक कटोरी खड़ा नमक रखेंगे तो आपके बाथरूम का वास्तु दोष समाप्त हो जायेगा। कटोरी में रखें नमक को महीने में एक बार बदलना जरूरी होता है।
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घर मे बाथरूम का नल या किसी अन्य स्थान नल लगातार टपके तो इसे भी एक गंभीर वास्तु दोष माना जाता है। पाने के बेवजह बर्बाद होने से रोकने से वास्तु समस्यायें खत्म होती है।

*यदि आपके बाथरूम में शीशा लगा हुआ है तो इस बात का ध्यान रखें कि शीशा दरवाजे के ठीक सामने न हो। ऐसा होने पर जब-जब बाथरूम का दरवाजा खुलता है, तब-तब घर की नकारात्मक ऊर्जा पुनः घर में प्रवेश कर जाती है। ऐसे में यदि दरवाजे के ठीक सामने दर्पण होगा तो दर्पण से टकराकर नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश कर जायेगी।

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घर के बाथरूम को एकदम साफ-सुथरा रखना चाहिए। बाथरूम के स्वच्छ होने पर घर की आर्थिक स्थिति अच्छी बनी रहती है।

*इस बात पर विशेष ध्यान रखना चाहिए कि बाथरूम और कमरे के फर्श के बीच में दूरी अवश्य होनी चाहिए। इन दोनों के बीच दूरी रखने के लिए थोड़ी ऊॅची दहलीज बनानी चाहिए। दहलीज न होने से बाथरूम का दरवाजा बन्द होने पर भी नकारात्मक ऊर्जा घर में फैल जाती है और जब दहलीज होती है तो बाथरूम के नीचे खाली स्पेश नहीं रह जाता जिससे बाथरूम की नकारात्मक ऊर्जा घर में नहीं फैल पाती है।


*बाथरूम में पानी का बहाव उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए। कोशिश करनी चाहिए कि घर में बाथरूम दक्षिण/पश्चिम या नैऋृत्य कोण में होना चाहिए।


*सभी विद्युत उपकरण गीजर आदि बाथरूम के आग्नेय कोण (पूर्व-दक्षिण) में होने चाहिए। *बाथरूम में एक बड़ी खिड़की व एक्जास्ट फैन के लिए अलग से रोशन होना चाहिए। बाथरूम में गहरे रंग की टाइल्स न लगाकर हल्के रंग की टाइल्स का उपयोग करना चाहिए।